*अत्यंत दुःखद समाचार*

 

 श्री राम जन्मभूमि में प्रभु रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कराने वाले वैदिक, वेद, वेदांग, सकल शास्त्र निष्णात, श्रौत, ऋषि कल्प वेदज्ञ तपस्वी *"श्री लक्ष्मीकांत दीक्षित गुरु" जी नही रहे।* ऐसे "महान मनीषी" का जाना स्तब्ध कर गया। श्री बाबा विश्वनाथ जी उनकी पवित्र आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।

न्यूज़ सोर्स : रामलला